ग्वालियर: गंगा-मालनपुर के हरिचरण यादव की शादी 30 साल पहल किशोरी यादव से हुई थी. हरिचरण LIC में बतौर एजेंट काम करते थे, साथ ही गांव में अपनी खेती का काम भी संभालते थे. करीब एक साल पहले उन्हे कैंसर डिटेक्ट हुआ था. कैंसर के कारण धीरे-धीरे उनकी हालत खराब होती चली गई. हरिचरण यादव हर समय अपनी पत्नी किशोरी से कहते थे कि मैं जीना चाहता था, लेकिन भगवान को शायद यही मंजूर है कि मैं तुझे छोड़कर चला जांऊ.
पत्नी ने भी त्यागे प्राण
जानकारी के अनुसार हरिचरण यादव ने रविवार शाम साढे़ 4 बजे कैंसर के कारण दम तोड़ दिया. अस्पताल से उनका शव परिजन घर पहुंचे तो यह सदमा पत्नी किशोरी झेल नहीं पाईं. पति की मौत के 20 मिनट बाद ही शव से लिपटकर रोते-रोते किशोरी ने भी प्राण त्याग दिए. दोनों का यह प्रेम एक अमर कहानी बन गया जिसने गांव वालों को रोने पर मजबूर कर दिया. दोनों का अंतिम संस्कार गंगा-मालनपुर गांव के श्मशान घाट पर एक साथ किया गया. पूरे गांव ने दोनों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी.